Friday, January 14, 2011

आसमान में पतंग

उड़ती है पतंग आसमान में
रंग बिरंगी
अलग अलग अंदाज की
अलग अलग रूपाकारों में

कोई नीची,कोई ऊंची
कोई खिंचती हुई
कोई खींचती हुई

कोई ठुमकती हुई अनाड़ी हाथों में
कोई नाचती हुई
उस्ताद पतंगबाज की ताल पर

कोई छु रही निरंतर ऊंचाइया
कोई सुन रही है
वो का ////////////////// टा//////////////

पतंगे घूमती है आसमान में
शाम तक उछल कूद कर
थक जायेगी पतंग
आसमान वैसा ही रहेगा

1 comment:

Dinesh Mishra said...

बहुत सुंदर अभिव्यक्ति.................!!