रोटियों से यहाँ भली गोली
इसलिये है नहीं टली गोली
ग़ज़ब कि आप को लगी कैसे
ये हवाओं में थी चली गोली
अमन औ चैन बरक़रार रहा
आप को किसलिये खली गोली
आजकल वादियों में गूंजे है
बूट, खाली गली , गोली
आपका हक बड़ा जो हक में है
सिर्फ बन्दूक क़ी नली गोली
गंध बारूद क़ी है सांसों में
इस क़दर मांस में ढली गोली
7 comments:
"गंध बारूद क़ी है सांसों में
इस क़दर मांस में ढली गोली"
हालातों का गूढ़ चित्रण - साधुवाद
Mind blowing creation !
bohot hi sundar rachna... khas taur par antim 2 panktiya :)
ग़ज़ब कि आप को लगी कैसे
ये हवाओं में थी चली गोली
adbhut hai ...behad accha laga ye sher...
आजकल वादियों में गूंजे है
बूट, खाली गली , गोली
arrreeeeee hatss oaff ashwani sir
गंध बारूद क़ी है सांसों में
इस क़दर मांस में ढली गोली
ye sher bhi khub acchaa lga ..
bahut alag kism kee ghazal
शुक्रिया।
badhiya rachna
aabhaar
बहुत सुन्दर अभिब्यक्ति| धन्यवाद|
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