जो कहा,वो,कह न पाया हो गया
शब्द का सब अर्थ जाया हो गया
आदमी अब इक अज़ब सी शै बना
आज अपना कल पराया हो गया
बाप उस दिन दो गुना ऊंचा हुआ
जब कभी बेटा सवाया हो गया
ज़िन्दगी दी और सिक्के पा लिए
सब कमाया बिन कमाया हो गया
जब दिमागों की सड़न देखी गयी
आसमां तक बजबजाया हो गया
कल नये रंगरूट सा भर्ती हुआ
चार दिन में खेला खाया हो गया
अब खुदा वो वक़्त का कहलायेगा
अब गज़ट में नाम शाया हो गया
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