आसमां बिजलियों से जो डर जायेगा
फिर ये भोलू का बेटा किधर जायेगा
नींद में करवटें जुर्म ऐलानिया
जुर्म किस ने किया किस के सर जायेगा
जो बताया सलीके में क्या खामियां
एक अहसान सर से उतर जायेगा
ज्ञान पच ना सका वो करे उलटियाँ
जैसे बू से ये गुलशन संवर जायेगा
गालियाँ, प्यालियाँ,कुछ बहस,साजिशें
गर ये सब ना मिला वो पसर जायेगा
मुंह को खोलो नहीं, कस के सर ढांप लो
है ये तूफ़ान लेकिन गुज़र जायेगा
फालतू सब हुकूमत,निजामत ,बहस
गर ये भोलू का बेटा ही मर जायेगा
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